कभी दिल के गीत तन्हाइयों में गुनगुना के देख
ज़िंदगी है एक कोरा केनवस सब रंग सज़ा के देख
रोशन तमाम हो जाएँगी तेरी सब मंज़िल की राहें
प्रेम का हर रंग इन में मिला के ज़रा तू देख
कांपेगी टूटेगी हर उदासी की ज़ंजीरे तेरी
ख़ुद को किसी की राहा का दीप बना के तू देख
मिलती है यह ज़िंदगी सुख दुःख से सज़ा के
हर रंग में तू इसे बस मुस्करा के देख
कभी कभी वक़्त लेता है यूँ ही इम्तिहान
कभी ख़ुद की नज़रो को आईना बना के देख
ना घबरा तू यूँ ही इन दुख के काले सायो से
दिल की ज़मीन पर उम्मीद के फूल खिला के देख
यह तन जो मिला है एक माटी का खिलोना है
इस माटी को अपने कर्मो से सोना बना के देख !!
रंजू
© 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
ज़िंदगी है एक कोरा केनवस सब रंग सज़ा के देख
रोशन तमाम हो जाएँगी तेरी सब मंज़िल की राहें
प्रेम का हर रंग इन में मिला के ज़रा तू देख
कांपेगी टूटेगी हर उदासी की ज़ंजीरे तेरी
ख़ुद को किसी की राहा का दीप बना के तू देख
मिलती है यह ज़िंदगी सुख दुःख से सज़ा के
हर रंग में तू इसे बस मुस्करा के देख
कभी कभी वक़्त लेता है यूँ ही इम्तिहान
कभी ख़ुद की नज़रो को आईना बना के देख
ना घबरा तू यूँ ही इन दुख के काले सायो से
दिल की ज़मीन पर उम्मीद के फूल खिला के देख
यह तन जो मिला है एक माटी का खिलोना है
इस माटी को अपने कर्मो से सोना बना के देख !!
रंजू
© 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
6 comments:
bahut khoobsurat hai andaaj. badhee
Manvinder
कभी कभी वक़्त लेता है यूँ ही इम्तिहान
कभी ख़ुद की नज़रो को आईना बना के देख
bahut sunder kaash !!!
रंजना जी
बहुत सुन्दर गज़ल है-
कभी दिल के गीत तन्हाइयों में गुनगुना के देख
ज़िंदगी है एक कोरा केनवस सब रंग सज़ा के देख
रोशन तमाम हो जाएँगी तेरी सब मंज़िल की राहें
प्रेम का हर रंग इन में मिला के ज़रा तू देख
भाव और भाषा दोनो सुन्दर। बधाई
ना घबरा तू यूँ ही इन दुख के काले सायो से
दिल की ज़मीन पर उम्मीद के फूल खिला के देख ---
कभी कभी ऐसे भाव डूबते के लिए तिनके जैस सहारा बन जाते हैं..
beautiful lines...
beautiful lines...
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