मटमैले झुरिँयोदार
कागजी - चेहरे पर
समय ने लिखा
" विगत से मत जोडो , आगत की चिंता छोडो
वर्तमान मै जियो
इस क्षण को भोगो "
पढ़ा , समझा और
मैने हस्ताक्षर कर दिये ।
© 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
" नारी जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की और लिखा अपने मन मे बसी स्वतंत्रता को "
3 comments:
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति धन्यवाद.
wow its simply superb,and so true also,badhai
सही में जो अब है वही सच है ..सुंदर अभिव्यक्ति
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