हरसिंगार
लरजते अमलतास ने
खिलते हरसिंगार से
ना जाने क्या कह दिया
बिखर गया है ज़मीन पर
उसका एक-एक फूल
जैसे किसी गोरी का
मुखड़ा सफ़ेद हो के
गुलाबी-सा हो गया !!
लरजते अमलतास ने
खिलते हरसिंगार से
ना जाने क्या कह दिया
बिखर गया है ज़मीन पर
उसका एक-एक फूल
जैसे किसी गोरी का
मुखड़ा सफ़ेद हो के
गुलाबी-सा हो गया !!
3 comments:
wah ranju ji lajawab,jaise gori ka chera safed aur phir guabi atisundar
kai baar sochta hun ki is amrita preetam ki deevani se poochu...ki ....ye amaltass ke phool jo fusfusa kar kah gaye ...aap in par amal kyu nahi karti?
वाह!
अद्भुत!
अति सुंदर!
चमत्कृत!
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