आइना साफ करने से
चेहरे कि विकृति
अगर आकृति बन जाती
तो आज सबके चेहरे
सुंदर और सलोने ही होते
और
सुंदर चेहरों के पीछे
छुपे विकृत दिमाग
काश कोई आइना दिखा पाता
इस विकृत होते समाज मे
जीना ही कुछ आसान हो जाता
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चेहरे कि विकृति
अगर आकृति बन जाती
तो आज सबके चेहरे
सुंदर और सलोने ही होते
और
सुंदर चेहरों के पीछे
छुपे विकृत दिमाग
काश कोई आइना दिखा पाता
इस विकृत होते समाज मे
जीना ही कुछ आसान हो जाता
7 comments:
यह आईना दिख जाता तो शायद जीना आसान हो जाता .बहुत सही कहा आपने रचना ..
bilkul sahi baat,aaina kash aks dikha pata
काश कि ऐसा हो जाता।
आईना तो वही दिखाता है जो उसके सामने होता है.. मगर कभी कभी हम सच्चाई को देखना ही नहीं चाहते...
सच है.
काश! काश! ऐसा हो पाता!
आइना साफ करने से
चेहरे कि विकृति
अगर आकृति बन जाती
तो आज सबके चेहरे
सुंदर और सलोने ही होते
वाह बहुत सुन्दर। रचना जी इस सशक्त रचना के लिए दिल से बधाई।
बहुत अच्छा लिखा है।
घुघूती बासूती
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