क्लिक करे और पढे और अपनी राय जरुर दे ।
© 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
सामाजिक कुरीतियाँ और नारी , उसके सम्बन्ध , उसकी मजबूरियां उसका शोषण , इससब विषयों पर कविता
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
" नारी जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की और लिखा अपने मन मे बसी स्वतंत्रता को "
7 comments:
गर्भपात कविता सीधी सरल भासा मे भावनाऒ का इतना सुन्दर चित्रण किया है. गर्भपात की पीडा की अभिव्यक्ति एक नारी ही कर सकती है.
Forced abortion is not good.
and it is a difficult choice.
but I feel that a women should have a right to choose legally in general and should get the required medical support without any moral judgement from family and society.
if you deny that right, then women health is at stake.
एक दर्द उभर के जो आया है इस रचना में वह बहुत ही भावुक कर देने वाला है अच्छी रचना है
And exceedingly heart-touching poem. It is true that only those who have passed through it can know what it is. The rest of us are only bystanders -- a bit enlightened through this kind of reports.
माँ का मन ,
माँ की ममता के लिये
तो ईश्वर भी तरसते हैँ!
सुँदर , सच्ची कविता -
-लावण्या
wow seedhe sui si seene mein utarti hui...congrats
मन में उतरती रचना
Post a Comment