सामाजिक कुरीतियाँ और नारी , उसके सम्बन्ध , उसकी मजबूरियां उसका शोषण , इससब विषयों पर कविता

Monday, May 12, 2008

कन्यादान

देखा है विरोध
सती प्रथा का
बाल विवाह का
दहेज़ प्रथा का
कन्या अशिक्षा का
कन्या भूर्ण ह्त्या का
यौन शोषण का
बलात्कार का
पर कभी नहीं देखा
कोई विरोध
" कन्यादान " का
क्यो कोई स्त्री
कभी विवाह मंडप मे
नहीं कहती
"नहीं हूँ मै दान की वस्तु
मुझे दान ना करे "
क्यो कोई पुरुष
कभी विवाह मंडप मे
नहीं कहता
" नहीं ही हूँ मै भिखारी
दान नहीं लूँगा "

©2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!

ये लिंक भी जरुर देखे और आईये सोच बदले नये रास्ते तलाशे और बेटियों का दान ना करके उनको इंसान बनाए ।

2 comments:

Anita kumar said...

एकदम सही कहा

रंजू भाटिया said...

जिस दिन यह दान शब्द हट जायेगा उस दिन इस विषय पर कविता लेख लिखा हुआ सार्थक हो जायेगा ..