skip to main | skip to sidebar

नारी का कविता ब्लॉग

" नारी जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की और लिखा अपने मन मे बसी स्वतंत्रता को "

  • Blog Directory For Woman Who Blog In Hindi
सामाजिक कुरीतियाँ और नारी , उसके सम्बन्ध , उसकी मजबूरियां उसका शोषण , इससब विषयों पर कविता

Tuesday, August 31, 2010

बोझ


मेरी अंतरात्मा पर एक बोझ हैं कल से
कि क्यूँ रहती हैं
एक चुप्पी हमेशा
जब कि एक औरत
चीख कर कुछ कहती हैं
और
क्यूँ
होती हैं टंकार हमेशा
जब कि एक पुरुष
सिर्फ फुसफुसा रहा होता हैं
Posted by रचना at 3:00:00 PM
Email ThisBlogThis!Share to XShare to FacebookShare to Pinterest

No comments:

Post a Comment

Newer Post Older Post Home
Subscribe to: Post Comments (Atom)
इस ब्लॉग मे पब्लिश की हुई पोस्ट को किसी भी ब्लॉग पर दुबारा पब्लिश करने से पहले उस लेखक की इजाजत लेना आवश्यक हैं । सभी पोस्ट कॉपी राइट कानून मे हैं । कमेंट्स पर अधिकार कमेन्ट लेखक का हैं अगर आप किसी का कमेन्ट कहीं डाले तो आप को उस लेखक से पूछना होगा जिसका कमेन्ट हैं ।

"नारी" समुदाये के अन्य ब्लॉग

  • दाल रोटी चावल
  • नारी

Followers

इनकी कलम से

रचना
View my complete profile

Blog Archive

  • ►  2017 (1)
    • ►  July (1)
  • ►  2015 (1)
    • ►  January (1)
  • ►  2014 (7)
    • ►  September (1)
    • ►  July (2)
    • ►  June (1)
    • ►  April (1)
    • ►  February (1)
    • ►  January (1)
  • ►  2013 (6)
    • ►  October (1)
    • ►  September (1)
    • ►  August (1)
    • ►  June (2)
    • ►  March (1)
  • ►  2012 (7)
    • ►  December (1)
    • ►  October (1)
    • ►  April (1)
    • ►  March (2)
    • ►  February (1)
    • ►  January (1)
  • ►  2011 (41)
    • ►  December (1)
    • ►  October (1)
    • ►  September (2)
    • ►  August (1)
    • ►  July (3)
    • ►  June (2)
    • ►  May (4)
    • ►  April (6)
    • ►  March (9)
    • ►  February (7)
    • ►  January (5)
  • ▼  2010 (71)
    • ►  December (13)
    • ►  November (5)
    • ►  October (4)
    • ►  September (3)
    • ▼  August (6)
      • बोझ
      • आज़ाद इस दुनिया मे आयी हूँ आज़ाद ही रहूँगी
      • सावन
      • बदलाव !
      • ज़रूर आएगा
      • गांधारी की पीड़ा
    • ►  July (4)
    • ►  June (4)
    • ►  May (11)
    • ►  April (3)
    • ►  March (12)
    • ►  February (4)
    • ►  January (2)
  • ►  2009 (43)
    • ►  November (3)
    • ►  October (1)
    • ►  September (2)
    • ►  August (4)
    • ►  July (4)
    • ►  June (2)
    • ►  May (4)
    • ►  April (3)
    • ►  March (7)
    • ►  February (7)
    • ►  January (6)
  • ►  2008 (150)
    • ►  December (8)
    • ►  November (6)
    • ►  October (5)
    • ►  September (5)
    • ►  August (14)
    • ►  July (40)
    • ►  June (36)
    • ►  May (23)
    • ►  April (13)

पाठक आवाजाही

 
www.hamarivani.com
www.blogvani.com
सभी से विनम्र निवेदन हैं मोबाइल और सेल फ़ोन का उपयोग कम से कम करे ताकी वातावरण मे प्रदुषण कम हो । मोबाइल से निकली विद्युत चुम्बकीय तरंगें मुंह,त्वचा तथा शरीर के अन्य स्थानों पर कैंसर को जन्म दे सकती हैं। जहाँ तक सम्भव हो रात को मोबाइल बंद रखे । अगर घर मे चार मोबाइल हैं तो आप किसी एक को चालू रख का भी काम चला सकते हैं । लैंड लाइन का उपयोग करना फिर आरंभ करे । अगर आप के घर मे गर्भवती महिला हैं तो मोबाइल उनसे बहुत दूर रखे । १३ साल तक कि आयु के बच्चो को मोबाइल का उपयोग करने से रोके । अपने घर के आस पास मोबाइल टावर ना लगने दे । आपकी और आपके परिवार कि सेहत के अलावा पर्यावरण कि जिम्मेदारी भी आप की ही हैं ।