पहली बार
इन आँखों ने महसूस किया
हसरत भरी निगाहों को
ऐसा लगा
जैसे किसी ने देखा हो
इस नाजुक दिल को
प्यार भरी आँखों से
न जाने कितनी
कोमल और अनकही भावनायें
उमड़ने लगीं दिल में
एक अनछुये अहसास के
आगोश में समाते हुए
महसूस किया प्यार को
कितना अनमोल था
वह अहसास
मेरा पहला प्यार !!
आकांक्षा यादव © 2008-09 सर्वाधिकार सुरक्षित!
सामाजिक कुरीतियाँ और नारी , उसके सम्बन्ध , उसकी मजबूरियां उसका शोषण , इससब विषयों पर कविता
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9 comments:
कितना अनमोल था
वह अहसास
मेरा पहला प्यार !!
बहुत नाजुकी से आपने वेलेंटाईन दिवस का तोहफा दिया
सचमुच वह अहसास तो चिरन्तन है ......गहरे भावानुभूति की सरल सहज कविता
कितना अनमोल था
वह अहसास
मेरा पहला प्यार !!
वेलेण्टाईन डे पर सुन्दर अभिव्यक्ति । शुभकामनायें
खूबसूरत अभिव्यक्तियाँ..प्यार के इस अल्हड़ मौसम में हम सब यूँ ही प्रेम का गीत गुनगुनाते रहें.
प्रेम का सुन्दर जज्बा....कोमल भावनाएं...अद्भुत भाव. आकांक्षा जी आप विलक्षण कवयित्री हैं..बधाई.
pahle pyar ka pahla ahsaas bahut hi anmol hota hai aur use bahut hi sundarta se sanwara hai........badhayi
पहले प्यार का खूबसूरत एहसास ।
सुन्दर कविता ।आभार ।
भावनाओं का सुन्दर संगमन व प्यार का अद्भुत अहसास परिलक्षित होता है इस कविता में.
Bahut sunda komal bhav
Bahut shubhkamnaynen
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