सामाजिक कुरीतियाँ और नारी , उसके सम्बन्ध , उसकी मजबूरियां उसका शोषण , इससब विषयों पर कविता

Friday, May 29, 2009

सबके लिये क्यूँ नहीं हैं

कम उम्र विवाहिता
माँ नहीं बना चाहती
समाज कहता हैं
नहीं गर्भपात नहीं करवा सकती

कम उम्र अविवाहिता
माँ बनना चाहती हैं
समाज कहता हैं
नहीं गर्भपात करवा दो

बच्चे का आना
खुशी अगर हैं
माँ बनना खुशी अगर हैं

तो सबके लिये क्यूँ नहीं हैं

{ बालिका वधु सीरीयल की आज की कड़ी देखकर बस यही समझ आया }

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3 comments:

purush said...
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पहचान कहां बता पाता है नाम said...

मैं अभी नया हूं। जानना चाहता हूं-क्या ऐसी अभद्र भाषा वाली टिप्पणियां भी प्रकाशन के योग्य समझी जाती हैं?

डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी said...

सबके लिये एक ही वस्तु उपयोगी नही होती
मलेरिया और टाईफाइड मे एक दबा नही दी जा सकती.