राम बिना सीता
कृष्ण बिना रुक्मिणी
गौतम बिना अहल्या
दुष्यंत बिना शकुंतला
भोगती रही अपनी क्रूर नियती
जी ली उन्होने अधूरी जिन्दगी
तब तुम्हारे बिना मै
क्या जी नहीं सकती
अपनी जिन्दगी ?
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" नारी जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की और लिखा अपने मन मे बसी स्वतंत्रता को "
सभी से विनम्र निवेदन हैं
मोबाइल और सेल फ़ोन का उपयोग कम से कम करे ताकी वातावरण मे प्रदुषण कम हो । मोबाइल से निकली विद्युत चुम्बकीय तरंगें मुंह,त्वचा तथा शरीर के अन्य स्थानों पर कैंसर को जन्म दे सकती हैं। जहाँ तक सम्भव हो रात को मोबाइल बंद रखे । अगर घर मे चार मोबाइल हैं तो आप किसी एक को चालू रख का भी काम चला सकते हैं । लैंड लाइन का उपयोग करना फिर आरंभ करे । अगर आप के घर मे गर्भवती महिला हैं तो मोबाइल उनसे बहुत दूर रखे । १३ साल तक कि आयु के बच्चो को मोबाइल का उपयोग करने से रोके । अपने घर के आस पास मोबाइल टावर ना लगने दे । आपकी और आपके परिवार कि सेहत के अलावा पर्यावरण कि जिम्मेदारी भी आप की ही हैं ।
3 comments:
ye tho bahut gehra sawal utha hai,shayad ji lungi uske bina,magar ek yaad jarur dil mein rahegi
सवाल तो बहुत ही उचित है इस में ..अच्छी है
मैम आप इतना अच्छा लिखती है, प्लीज अपना ब्लोग बना कर हमें खुद को पढ़ने का मौका दें
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